विनय पाठ / vinaypath
विनय पाठ / vinaypath Jain Pooja विनय पाठ इह विधि ठाड़ो होय के, प्रथम पढ़े जो पाठ | धन्य जिनेश्वर देव तुम, नाशे कर्म जु आठ ||१|| अनंत चतुष्टय के धनी, तुम ही हो सिरताज । मुक्ति-वधू के कंत तुम, तीन भुवन के राज ||२|| … Read more
विनय पाठ / vinaypath Jain Pooja विनय पाठ इह विधि ठाड़ो होय के, प्रथम पढ़े जो पाठ | धन्य जिनेश्वर देव तुम, नाशे कर्म जु आठ ||१|| अनंत चतुष्टय के धनी, तुम ही हो सिरताज । मुक्ति-वधू के कंत तुम, तीन भुवन के राज ||२|| … Read more